युल्ला कांडा (Yulla Kanda), किन्नौर — विश्व का सबसे ऊँचा कृष्ण मंदिर
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर ज़िले में स्थित युल्ला कांडा न केवल प्राकृतिक सौंदर्य का प्रतीक है, बल्कि यह स्थल विश्व का सबसे ऊँचा श्रीकृष्ण मंदिर होने के कारण भी प्रसिद्ध है। समुद्र तल से लगभग 12,000 फीट (लगभग 3,658 मीटर) की ऊँचाई पर स्थित यह पवित्र स्थान श्रद्धा, इतिहास और संस्कृति का संगम है।
युल्ला कांडा का इतिहास स्थानीय किंवदंतियों से गहराई से जुड़ा हुआ है। माना जाता है कि प्राचीन काल में भगवान विष्णु ने यहाँ कृष्ण अवतार के रूप में ध्यान किया था।
स्थानीय दंतकथाओं के अनुसार, इस स्थान को "युल्ला नारायण" या "कृष्ण नारायण" के नाम से पूजा जाता है। यह मंदिर स्थानीय किन्नौरी वास्तुकला शैली में झील के मध्य बना हुआ है — लकड़ी और पत्थर की मिश्रित संरचना, जो हिमालय की परंपरागत मंदिर शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है।
यह भी कहा जाता है कि महाभारत काल में पांडवों ने अपने अज्ञातवास के समय इस क्षेत्र में कुछ समय व्यतीत किया था, और तब यह स्थल “देवभूमि” के रूप में स्थापित हुआ।
युल्ला कांडा किन्नौर की संस्कृति बौद्ध और हिंदू परंपराओं का सुंदर मिश्रण है। य— जहाँ कृष्ण पूजा के साथ-साथ स्थानीय देवताओं (देव संस्कृति) का भी सम्मान होता है।
हर वर्ष अगस्त-सितंबर के महीनों में यहाँ एक विशेष देव उत्सव आयोजित किया जाता है। इस दौरान आसपास के गाँवों से सैकड़ों श्रद्धालु पैदल यात्रा (Yulla Kanda Yatra) करते हैं। लोग “जय युल्ला नारायण” के जयकारे लगाते हुए इस ऊँचाई तक पहुँचते हैं।
युल्ला कांडा झील और उसके आसपास का क्षेत्र अद्भुत सौंदर्य से भरा है। बर्फ से घिरी चोटियाँ, हरे चरागाह, और झील में पड़ती बादलों की परछाइयाँ एक दिव्य अनुभव कराती हैं।
यह स्थल ट्रेकिंग, ध्यान और आध्यात्मिक एकांत के लिए भी अत्यंत उपयुक्त माना जाता है|
Comments
Post a Comment